अभी नही…अभी नही…

दूर हूँ मैं तुझ से , 

      कभी नही… कभी नही…


तो पास आ ऐ ज़िन्दगी,

        अभी नही… अभी नही…


क़ैद में हैं स्वप्न मेरे ,

        कभी नही… कही नही…


भर लो उड़ान ऐ ज़िन्दगी ,

       अभी नही… अभी नही…


तन्हाई में कब तक जियूँ ,

        कभी नही… कभी नही…


मेरे साथ आ ऐ ज़िंदगी ,

        अभी नही… अभी नही…


भटकता रहूँ तेरी चाह में ,

        कभी नही…कभी नही…


तो हमराह बन ऐ ज़िंदगी ,

        अभी नही… अभी नही…


           “रजनीश भारद्वाज”

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